रिपोर्ट अमित सेन गुप्ता
राजनगर – एक ओर पूरा विश्व 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाता है जिसका इतिहास दुनिया भर में यह कह कर बताया जाता है कि इसी दिन मजदूरों की कई मांगे मानी गई थीं प्रमुख मांगों में से मजदूरों को 15 घंटों की जगह 8 घंटे काम करना ऐसी कई मांगें मजदूरों के हितों में मानी गई थी जिसके तहत 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है मगर हसदेव क्षेत्र के राजनगर आर ओ में प्रबंधक की सोच इन सब से परे हैं जिस पर पूरी दुनिया मजदूरों के हनन पर रोक लगाने की बात करती है उसी पर प्रबंधक द्वारा कालरी कर्मचारियों को आज के दिन ड्यूटी ही नहीं दी जाती है आज के दिन कालरी के नियम अनुसार 3 दिन के वेतन की हाजिरी मिलती है मगर प्रबंधक द्वारा मनमाने तरीके से कुछ श्रमिकों को आज के दिन में भी उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है क्या हम उसी प्रथा की फिर से शुरुआत नहीं कर रहे हैं जो समय मजदूरों के साथ हनन करने का था चाहे मजदूरों के लिए कितने भी कड़ा कानून बना लिया जाए कितने भी आयोग बना लिये जाए मगर ऊपर के अधिकारी अपने मनमाने रवैयों से पीछे नहीं हटते हैं भले ही हम देश विदेश में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मना रहे हैं मगर वर्तमान स्थिति को देखते हुए महसूस होता है कि आज तक मजदूरों के साथ शोषण किया जा रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण राजनगर आर ओ का ही देख लीजिए!
राजनगर आर.रो. प्रबंधन श्रमिकों के साथ छलावा तथा मनमानी कर अपने चहेते को ही रविवार और पेय हॉली डे के दिन ड्यूटी दे रहा है।जब कि इस समय कोरोना काल रहा है। राजनगर प्रबंधन कालोनियों में साफ-सफाई और सैनिटाइजर पर ध्यान नहीं दे रहा है।
असरार अहमद सिद्धकी
केंद्रीय उपाध्यक्ष (HMS)
कहना है कि
प्रबंधक को समानता के साथ सभी लोगों को ड्यूटी देना था अगर प्रबंधक अपने चहेते लोगों को ड्यूटी दे रहे हैं तो इसमें हम उच्च अधिकारियों से बात करेंगे!
प्रेमचंद्र यादव
सांसद प्रतिनिधि हसदेव क्षेत्र SECL
इनका कहना है कि
अगर खदान में उत्पादन कार्य चालू है तो सभी मजदूरों को बिना भेदभाव के पीएच और संडे देना चाहिए और आज का दिन श्रमिक दिवस श्रमिकों का बहुत बड़ा त्यौहार है इस दिन पर भी प्रबंधक द्वारा उपेक्षा करना अनुचित है एवं प्रबंधक का यह शोषण का रवैया है
रमेश तिवारी
महामंत्री हसदेव क्षेत्र
इंटक ट्रेड यूनियन